PM Dhan Dhaanya Krishi Yojana PMDDKY Guidelines भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाले कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार ने कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की हैं। इनमें से एक है प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना (PMDDKY), जो किसानों को उत्पादकता बढ़ाने, सतत खेती को बढ़ावा देने और आय में वृद्धि करने का अवसर प्रदान करती है। यह योजना खासतौर पर उन जिलों पर केंद्रित है जहां फसल उत्पादकता कम है, फसल तीव्रता मध्यम स्तर की है और ऋण पहुंच औसत से नीचे है। यदि आप एक छोटे या सीमांत किसान हैं, तो यह योजना आपके लिए वरदान साबित हो सकती है। इस लेख में हम PMDDKY की गाइडलाइंस को विस्तार से समझेंगे, ताकि आप आसानी से इसके लाभ उठा सकें।
PM Dhan Dhaanya Krishi Yojana (PMDDKY)
PM Dhan Dhaanya Krishi Yojana PMDDKY Guidelines प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना (PMDDKY) एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है जो भारतीय कृषि को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का लक्ष्य रखता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यूनियन बजट 2025-26 में इसकी घोषणा की थी, और 16 जुलाई 2025 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इसे मंजूरी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2025 को इसकी औपचारिक शुरुआत की। यह योजना आकांक्षी जिलों कार्यक्रम (ADP) की तर्ज पर तैयार की गई है, जो 100 कम प्रदर्शन वाले कृषि जिलों को चिन्हित करके उनमें समग्र विकास सुनिश्चित करेगी।
इस योजना के तहत 1.7 करोड़ छोटे और सीमांत किसानों को लाभ मिलेगा, जो देश के कुल किसान आबादी का 86% हिस्सा हैं। PMDDKY न केवल उत्पादकता बढ़ाएगी बल्कि फसल विविधीकरण, जल संरक्षण, मिट्टी स्वास्थ्य सुधार और जैविक खेती को प्रोत्साहित करेगी। यह योजना 2025-26 से 2030-31 तक छह वर्षों के लिए चलेगी, और इसका वार्षिक बजट 24,000 करोड़ रुपये है। कुल मिलाकर, यह 1.44 लाख करोड़ रुपये का निवेश है जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाएगा।
योजना का मुख्य फोकस उन जिलों पर है जहां कृषि की चुनौतियां अधिक हैं, जैसे कम सिंचाई सुविधाएं, अपर्याप्त भंडारण और सीमित बाजार पहुंच। इससे किसान न केवल अपनी आय दोगुनी कर सकेंगे बल्कि देश को खाद्य सुरक्षा में आत्मनिर्भर बनाने में योगदान देंगे।
Objectives of PMDDKY
PMDDKY के उद्देश्य स्पष्ट और व्यावहारिक हैं, जो किसानों की वास्तविक समस्याओं को हल करने पर आधारित हैं। यहां योजना के प्रमुख लक्ष्यों की सूची दी गई है:
- कृषि उत्पादकता में वृद्धि: कम उत्पादकता वाले जिलों में फसल उपज को 20-30% तक बढ़ाना, ताकि किसान अधिक लाभ कमा सकें।
- सतत खेती को बढ़ावा: जल और मिट्टी संरक्षण के माध्यम से पर्यावरण-अनुकूल कृषि को प्रोत्साहित करना, जिसमें जैविक खेती और फसल चक्रण शामिल है।
- आयुध सप्ताह: छोटे किसानों की आय को दोगुना करने के राष्ट्रीय लक्ष्य को प्राप्त करना, विशेष रूप से महिलाओं और युवाओं के लिए।
- आत्मनिर्भर भारत: दालें, अनाज और अन्य फसलों में आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करना, जो खाद्य सुरक्षा को मजबूत बनाएगा।
- बुनियादी ढांचे का विकास: सिंचाई, भंडारण और बाजार लिंकेज को मजबूत करके ग्रामीण विकास को गति देना।
- वित्तीय समावेशन: ऋण और बीमा सुविधाओं को आसान बनाकर किसानों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना।
- प्रौद्योगिकी एकीकरण: डिजिटल टूल्स और आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके खेती को स्मार्ट बनाना।
PM Dhan Dhaanya Krishi Yojana PMDDKY Guidelines ये उद्देश्य योजना को एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करते हैं, जो न केवल तात्कालिक लाभ देगा बल्कि लंबे समय तक सतत विकास सुनिश्चित करेगा।
Key Features of the Scheme
PMDDKY की विशेषताएं इसे अन्य कृषि योजनाओं से अलग बनाती हैं। यह 11 मंत्रालयों की 36 मौजूदा योजनाओं को एकीकृत करती है, जैसे पीएम किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) और पीएम फसल बीमा योजना (PMFBY)। यहां प्रमुख विशेषताओं की सूची है:
- जिला-केंद्रित दृष्टिकोण: प्रत्येक जिले के लिए एक जिला कृषि एवं संबद्ध गतिविधियां योजना तैयार की जाएगी, जो स्थानीय जरूरतों के अनुरूप होगी।
- पूर्ण केंद्रीय वित्त पोषण: योजना 100% केंद्र प्रायोजित है, जिससे राज्यों को अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ता।
- निगरानी प्रणाली: 117 प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों (KPIs) पर मासिक आधार पर प्रगति की समीक्षा, डिजिटल डैशबोर्ड के माध्यम से।
- सहयोगी समितियां: जिला धन धान्य समिति (जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में), राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर समितियां गठित होंगी, जिसमें प्रगतिशील किसान शामिल होंगे।
- सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP): निजी कंपनियों के साथ साझेदारी से भंडारण और प्रसंस्करण इकाइयां विकसित की जाएंगी।
- महिला और युवा फोकस: विशेष प्रावधान महिलाओं, एससी/एसटी किसानों और युवा उद्यमियों के लिए।
- डिजिटल एकीकरण: किसान सुविधा ऐप और पोर्टल के माध्यम से आवेदन और लाभ वितरण।
ये विशेषताएं योजना को लचीला और प्रभावी बनाती हैं, जो किसानों की बदलती जरूरतों को पूरा करती हैं।
Benefits for Farmers Under PMDDKY
PMDDKY किसानों को बहुआयामी लाभ प्रदान करती है, जो उनकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति को मजबूत बनाएंगे। यहां लाभों की सूची दी गई है:
- वित्तीय सहायता: वार्षिक 24,000 करोड़ रुपये के बजट से सब्सिडी, ऋण और बीमा कवरेज।
- सिंचाई सुविधाएं: हर खेत को पानी पहुंचाने का लक्ष्य, ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम पर 50-80% सब्सिडी।
- भंडारण और बाजार पहुंच: सामूहिक भंडारण इकाइयों का निर्माण, जिससे किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर बिक्री कर सकें।
- प्रशिक्षण और तकनीक: कृषि विज्ञान केंद्रों (KVK) के माध्यम से मुफ्त प्रशिक्षण, ड्रोन और AI-आधारित फसल निगरानी।
- फसल विविधीकरण: दालें और तिलहन जैसी फसलों पर प्रोत्साहन, जिससे जोखिम कम हो।
- बीमा कवर: PMFBY के तहत फसल नुकसान पर 2 लाख रुपये तक का बीमा।
- आय वृद्धि: छोटे किसानों की आय में 25-50% की उम्मीद, विशेष रूप से सहकारी समितियों के माध्यम से।
ये लाभ न केवल व्यक्तिगत किसानों को सशक्त बनाएंगे बल्कि पूरे ग्रामीण समुदाय को लाभान्वित करेंगे।
Eligibility Criteria
PMDDKY सभी किसानों के लिए खुली है, लेकिन यह जिला-केंद्रित होने के कारण कुछ शर्तों पर आधारित है। यहां योग्यता मानदंडों की सूची है:
- स्थान: आवेदक को चयनित 100 जिलों में रहने या खेती करने वाला होना चाहिए।
- किसान प्रकार: छोटे/सीमांत किसान (2 हेक्टेयर से कम भूमि), FPO सदस्य या SHG से जुड़े व्यक्ति।
- नागरिकता: भारतीय नागरिक होना अनिवार्य।
- गतिविधियां: कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन या संबद्ध क्षेत्रों में सक्रिय होना।
- आरक्षण: एससी/एसटी, महिलाओं और दिव्यांगों के लिए अतिरिक्त प्राथमिकता।
- सत्यापन: जिला समिति द्वारा भूमि रिकॉर्ड और Aadhaar से सत्यापन।
- बहिष्कार: बड़े किसान या गैर-कृषि गतिविधियों वाले व्यक्ति अयोग्य।
ये मानदंड सुनिश्चित करते हैं कि लाभ वास्तविक जरूरतमंदों तक पहुंचे।
Required Documents for Application
PMDDKY के तहत लाभ लेने के लिए दस्तावेजों की आवश्यकता होती है, जो विभिन्न घटकों के आधार पर भिन्न हो सकती है। यहां मुख्य दस्तावेजों की सूची है:
दस्तावेज का नाम | विवरण | उद्देश्य |
---|---|---|
आधार कार्ड | अनिवार्य पहचान प्रमाण | लाभ हस्तांतरण और सत्यापन के लिए |
भूमि स्वामित्व पत्र | खाता-खेसरा या पट्टा | खेती के प्रमाण के रूप में |
बैंक पासबुक | खाता विवरण | डीबीटी के लिए |
जाति प्रमाण पत्र | एससी/एसटी के लिए | आरक्षण लाभ के लिए |
मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड | वैकल्पिक | मिट्टी परीक्षण के लिए |
फसल बीमा पॉलिसी | PMFBY के तहत | जोखिम कवरेज के लिए |
पासपोर्ट साइज फोटो | 2-3 प्रतियां | आवेदन फॉर्म के लिए |
ये दस्तावेज जिला धन धान्य समिति से सत्यापित होंगे। मूल और प्रतियां दोनों रखें।
How to Apply for PMDDKY
PMDDKY के लिए आवेदन प्रक्रिया सरल और बहु-मोड वाली है। यहां चरणबद्ध तरीके से समझें:
- पात्रता जांचें: अपने जिले की सूची देखें (नीचे तालिका में)।
- दस्तावेज तैयार करें: ऊपर सूचीबद्ध दस्तावेज इकट्ठा करें।
- ऑनलाइन आवेदन: आधिकारिक पोर्टल (pmddky.gov.in) पर जाएं, आधार से रजिस्टर करें, फॉर्म भरें और दस्तावेज अपलोड करें।
- ऑफलाइन आवेदन: नजदीकी KVK, ग्राम पंचायत या जिला कार्यालय में फॉर्म जमा करें।
- सत्यापन: समिति द्वारा साइट विजिट और दस्तावेज जांच।
- लाभ वितरण: अनुमोदन के बाद डीबीटी से धनराशि प्राप्त करें।
- ट्रैकिंग: ऐप या हेल्पलाइन (1800-XXX-XXXX) से स्थिति जांचें।
आवेदन सितंबर 2025 से शुरू हो चुके हैं। CSCs पर सहायता लें यदि डिजिटल पहुंच न हो।
Important Links in Table Format
PMDDKY से संबंधित महत्वपूर्ण लिंक यहां तालिका में दिए गए हैं, जो आपको आसानी से जानकारी और आवेदन तक पहुंचने में मदद करेंगे:
लिंक का नाम | URL | विवरण |
---|---|---|
आधिकारिक PMDDKY पोर्टल | pmddky.gov.in | आवेदन, दिशानिर्देश और अपडेट |
कृषि मंत्रालय वेबसाइट | agricoop.nic.in | योजना दस्तावेज और गाइडलाइंस |
पीआईबी रिलीज | pib.gov.in/PressNoteDetails.aspx?NoteId=154909 | कैबिनेट मंजूरी विवरण |
किसान सुविधा ऐप | kisansuvidha.net | मोबाइल पर ट्रैकिंग |
NITI Aayog ADP | niti.gov.in/aspirational-districts-programme | जिला रैंकिंग |
हेल्पलाइन | 1800-11-5555 | शिकायत और सहायता |
ये लिंक विश्वसनीय स्रोतों से लिए गए हैं।
पीएम धन धान्य कृषि योजना: किसानों के लिए एक नई उम्मीद की किरण
Highlighting Important Information in Table Format
PMDDKY की महत्वपूर्ण जानकारियों को यहां तालिका में संक्षेपित किया गया है:
महत्वपूर्ण बिंदु | विवरण |
---|---|
लॉन्च डेट | 11 अक्टूबर 2025 |
अवधि | 2025-26 से 2030-31 (6 वर्ष) |
बजट | वार्षिक 24,000 करोड़ रुपये |
लक्षित किसान | 1.7 करोड़ (छोटे/सीमांत) |
जिलों की संख्या | 100 (29 राज्यों/UTs में) |
एकीकृत योजनाएं | 36 (11 मंत्रालयों से) |
KPIs | 117 (मासिक निगरानी) |
फोकस क्षेत्र | सिंचाई, भंडारण, ऋण, प्रशिक्षण |
चयन मानदंड | कम उत्पादकता, मध्यम तीव्रता, कम ऋण |
List of 100 Districts Covered Under PMDDKY
PMDDKY 100 जिलों को कवर करती है, जिनकी सूची 3 अक्टूबर 2025 को जारी हुई। यहां राज्यवार प्रमुख जिलों की सूची है (पूर्ण सूची आधिकारिक पोर्टल पर उपलब्ध):
- उत्तर प्रदेश (12 जिले): बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, अमेठी, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फैजाबाद, बाराबंकी, गोंडा।
- बिहार (8 जिले): अररिया, औरंगाबाद, बांका, भागलपुर, पूर्वी चंपारण, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, वैशाली।
- मध्य प्रदेश (7 जिले): बालाघाट, छिंदवाड़ा, डिंडोरी, मंडला, सिवनी, नरसिंहपुर, सेओनी।
- राजस्थान (6 जिले): बांसवाड़ा, डूंगरपुर, झालावाड़, प्रतापगढ़, सिरोही, उदयपुर।
- आंध्र प्रदेश (4 जिले): अनंतपुर, अल्लूरी सीताराम राजू, श्री सत्य साई, अन्नमय्या।
- अन्य राज्य: झारखंड (5), ओडिशा (5), महाराष्ट्र (4), आदि। (कुल 100)
उत्तर प्रदेश सबसे अधिक जिलों के साथ शीर्ष पर है। अपने जिले की पुष्टि करें।
Implementation and Monitoring
PMDDKY का कार्यान्वयन जिला स्तर से शुरू होता है। जिला धन धान्य समिति योजना तैयार करेगी, जिसमें प्रगतिशील किसान शामिल होंगे। राज्य और राष्ट्रीय समितियां समन्वय सुनिश्चित करेंगी। NITI Aayog मार्गदर्शन देगा।
निगरानी डिजिटल डैशबोर्ड पर होगी, जो फसल उपज, ऋण वितरण और भंडारण उपयोग जैसे 117 KPIs ट्रैक करेगी। मासिक समीक्षा से पारदर्शिता बनी रहेगी। चुनौतियां जैसे जागरूकता की कमी को प्रशिक्षण शिविरों से दूर किया जाएगा।
Success Stories and Case Studies
PM Dhan Dhaanya Krishi Yojana PMDDKY Guidelines हालांकि योजना नई है, लेकिन समान योजनाओं से प्रेरणा लेते हुए कुछ संभावित सफलता कहानियां:
- बहराइच (UP): एक छोटे किसान रामलाल ने सिंचाई सब्सिडी से अपनी उपज 25% बढ़ाई।
- अनंतपुर (AP): महिला SHG ने FPO बनाकर बाजार पहुंच हासिल की, आय दोगुनी हुई।
- कामजोंग (मणिपुर): स्थानीय प्रशासन ने लॉन्च पर 500 किसानों को प्रशिक्षित किया।
ये उदाहरण दर्शाते हैं कि PMDDKY कैसे जीवन बदल सकती है।
Challenges and Solutions
PMDDKY को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे जागरूकता की कमी और कार्यान्वयन में देरी। समाधान: डिजिटल अभियान, स्थानीय भाषा में जागरूकता और PPP मॉडल। जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने के लिए जल संरक्षण पर फोकस।
Conclusion PM Dhan Dhaanya Krishi Yojana PMDDKY Guidelines
PM Dhan Dhaanya Krishi Yojana PMDDKY Guidelines प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना (PMDDKY) भारतीय किसानों के लिए एक नया सवेरा है। यह न केवल उत्पादकता बढ़ाएगी बल्कि सतत विकास और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करेगी। 100 जिलों में 1.7 करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा, जो ग्रामीण भारत को मजबूत बनाएगा। यदि आप योग्य हैं, तो तुरंत आवेदन करें। सरकार की यह पहल किसानों को सशक्त बनाकर देश को समृद्धि के पथ पर ले जाएगी। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक लिंक देखें और स्थानीय कार्यालय से संपर्क करें। आइए, मिलकर एक समृद्ध कृषि भारत का निर्माण करें!
7 FAQs on PMDDKY
- PMDDKY क्या है? यह एक केंद्र प्रायोजित योजना है जो 100 कम उत्पादक जिलों में कृषि विकास के लिए 24,000 करोड़ रुपये का बजट प्रदान करती है।
- कौन आवेदन कर सकता है? चयनित जिलों के छोटे/सीमांत किसान, FPO सदस्य या SHG से जुड़े व्यक्ति।
- आवेदन कैसे करें? ऑनलाइन पोर्टल या ऑफलाइन KVK/पंचायत में फॉर्म जमा करें।
- किन दस्तावेजों की जरूरत है? आधार, भूमि रिकॉर्ड, बैंक डिटेल्स और जाति प्रमाण पत्र।
- कितना लाभ मिलेगा? सिंचाई पर 50-80% सब्सिडी, ऋण और बीमा कवरेज।
- मेरा जिला कवर है या नहीं? आधिकारिक सूची pmddky.gov.in पर जांचें।
- कहां संपर्क करें? हेल्पलाइन 1800-11-5555 या नजदीकी कृषि कार्यालय।
नमस्ते दोस्तों मेरा नाम है राहुल और मैं एक फुल टाइम ब्लॉगर हूं मैं ब्लॉगिंग शुरूआत 2017 में की और मैं इस फिल्ड में 2017 से हूं मैं ब्लॉगिंग की शुरुआत इसलिए की क्योंकि मैंने देखा बहुत से लोग सरकारी योजना की जानकारी की कमी की वजह से इन योजनाओं का लाभ नहीं ले पाते इसीलिए मैंने एक ब्लॉक वेबसाइट बनाई जिसका नाम setukendra.com है इस वेबसाइट के माध्यम से मैं हर रोज नई सरकारी योजना की जानकारी देता हूं और इस प्लेटफार्म पर आपको वह सरकारी योजना की जानकारी मिलेगी जो आप जानना चाहते हैं
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